विचारों को अपने जीवन में परिवर्तन करना

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सास, पति और श्रीमति- संसार के तीन सेनापति

इस संसार के युद्ध मे तीन लोग अपनी अपनी जगह संभालते है जिससे यह युद्ध बडा ही रोचक और रोमांचकारी हो जाता है। माँ और श्रीमति की जंग मे मरण तो only for पति का ही होता है। क्योंकि बहु और सास के विचारो मे मतभेद होना स्वाभाविक है। जेनरेशन गैपिंग इसका मुख्य कारण है। परंतु हर मतभेद का समाधान…

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सलाह & निर्णय कभी किसी पर थोपो मत

“कौन भले को पुछता है ? कौन बूरे को पुछता? मतलब की है दुनिया वरना यहाँ कौन सही पुछता है?  अत्तर निकालने के बाद कौन फूलो की दशा को पुछता है? सयोग झुका देता है। वरना यहाँ कौन खुदा को पुछता है ?” किसी कवि ने यह सुंदर पंक्तिया बोली है जो एक अच्छा बोध देती है ” जीवन मे…

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आज के परिदृश्य क्या चिंता करने जैसे है?

आज हम जिस Education को बढावा दे रहे है, आज हम जिस क्लचर को आगे ले जा रहे है क्या वह भविष्य के अंदर हमारी संस्कृति के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह खडा कर देगा। हमारी संस्कृति के अंदर दाम्पत्य जीवन वो पत्नी के समर्पण और पति की कर्तव्य निष्ठा के ऊपर चालता है। जबकि western मे यह करार रूप समानता…

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टीवी की विज्ञापित को छोड़कर जैनशासन की पब्लिसिटी करे

टीवी के कार्यक्रमो मे आने वाली पब्लिसिटी हमने खुब देखी है। कोई हिरो को पेप्सी पिते देखते है तो हमारे अंदर पेप्सी पिने की लालसा जागृत हो जाती है। कोई क्रिकेटर को विल्स पीते बताते है तो हमको भी विल्स पिने की तडप लगती है। कोई हिरोइन को कोलगेट करते बताते है तो हमे भी कोलगेट करने की इच्छा हो…

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गुरु परम्परा

गुरू एक तेज हे जिनके आते ही सारे संशय के अंधकार ख़तम हो जाते हे। गुरू वो मृदंग हे जिसके बजते ही अनाहद नाद सुनने शुरू हो जाते हे गुरू वो ज्ञान हे जिसके मिलते ही पांचो शरीर एक हो जाते हे। गुरू वो दीक्षा हे जो सही मायने मे मिलती हे तो सँसार से पार हो जाते हे। गुरू…

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