दिन की कहानी
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दिन की कहानी 2, मार्च 2016
मैं जैन हूँ किसी ने एक बार मुझसे सवाल किया- तुम्हेँ जैन होने पर इतना अभिमान क्यूँ है, आखिर तुम भी तो एक आम इंसान हो, तुम्हारे खून का रंग औरो से अलग है क्या ? मैँने कहा- मैं जैन हूँ इसका मुझे अभिमान नहीं है, परन्तु ! हाँ मुझे गर्व है कि मैँ जैन हूँ क्यूँकि मै जैन हूँ,…
दिन की कहानी 1, मार्च 2016
जितना जरुरी हैं उतना ही बोलना चाहीये एक नगर में दो साधु थे – दोनों अपने अपने शिष्य परिवार के साथ अपने स्थान पर रहते थे। कई बार दोनों धर्म की बाते करने या उपदेश देने नगर के लोगो के बीच जाते 2-3 घंटो तक उपदेश देते और उनके उपदेश से नगर के लोग काफी प्रभावित होते और अपने जीवन…
दिन की कहानी 1, मार्च 2016
नवकार मंत्र को समजिये हमारे लोग जो नवकार मंत्र बोलते हैं, वे किस समझ से बोलते हैं ? ‘चौबीस तीर्थंकर ही अरिहंत हैं। तुम अगर उनको अरिहंत कहोगे तब फिर सिद्ध किसे कहोगे ? वे अरिहंत थे, अब तो सिद्ध हो गये हैं। तो अब अरिहंत कौन हैं ? जो लोग अरिहंत को मानते हैं, वे किसे अरिहंत मानते हैं…
दिन की कहानी 1, मार्च 2016
लोग शराब क्यों पिटे हैं ? माँ मैं एक पार्टी में गया था। आपने मुझे शराब नहीं पीने को कहा था, इसीलिए बाकी लोग शराब पीकर मस्ती कर रहे थे , और मैं सोडा पीता रहा, लेकिन मुझे सचमुच अपने पर गर्व हो रहा था, माँ। जैसा तूने कहा था कि, शराब पीकर गाड़ी नहीं चलाना, मैंने वैसा ही किया।…
दिन की कहानी 29, फरवरी 2016
छठा आरा का दुषम-दुषमा काल जब भगवान महावीर का निर्वाण हुआ उसके बाद पाचवा आरा शुरू हुआ । ये आरा 21000 वषॅ तक चलने वाला है । उसके बाद 21000 वषॅ तक छठा आरा चलेगा । कैसा भयानक होगा छठा आरा आज देखते है । छठा आरा दुषम-दुषमा काल 1. पाँचवां आरा पूर्ण होने पर कौनसा आरा लगेगा? 1. उत्तर:-…