समय के साथ रिश्तो के हर स्वरूप मे परिवर्तन आया है। समय गतिशील है और परिवर्तनशील भी है। घड़ी के रूप भी समय के साथ बदलाये है। अब डिजीटल घड़ी आ गई है। अब हाथ मे बाँधने वाली घड़ी एक साथ तीन- चार देशो का समय बता देती है। समय के अंक मोबाइल के स्क्रिन के कोने मे भी चलता रहता है।
समय के साथ संबंध भी डिजिटल हो गये है। किसी से मिला संदेश दो – चार साफ्ट बटन दबाकर किसी को भी फोरवर्ड कर देते है। एक मित्र ने कहाँ संबंध भी अब कितनी सहजता से फारवर्ड कर दिये जाते है। दोस्ती की शायरी के शार्ट मैसेज मित्रो मे घुमते रहते है। कई बार तो एक व्यक्ति द्वारा किया गया मैसेज 20-25 मोबाइल मे घुम फिर कर वापिस आ जाता है। संबंधो का चक्र भी घड़ी के कांटे की तरह संबंधो के लिए घुमता रहता है।
रिश्ते भी शोट मैसेज की सिस्टम की तरह छोटे होते जा रहे है। आच भी घडी उसी गति से घूमती है। घण्टे, दिन, मिनट, सेकेण्डस् क्षणो का स्वरूप वही है। इसमे कोई भी परिवर्तन नही हुआ है। तो भी आज मानव के पास समय नही है।
याद करो आपने किसी मित्र, स्नेह, स्वजन, भाई को आखिरी पत्र लिखा था? कागज लेकर लिखने बैठते है तो हमे शब्द समझ मे नही आते है। शब्दकोश लाईब्रेरी मे शो- पीस बन गई है। दिल मे भी अब शब्दो को ढूंढना पडता है।
पोस्टकार्ड का पन्ना अब हमे साड़ी जितना लम्बा लगता है। प्रेम पत्रो मे भी आज हम नक्कल करते है। आज स्थिति बड़ी विचित्र है। शब्द हमे सुनते जरूर है पर स्पर्श नही करते है। शब्दो की हालत बडी खराब हो गई है। शब्दो मे आज वह मधुरता नही जो दिल मे उतर जाए। क्योंकि आज शब्द होठ से निकलते है दिल से नही।
हमने आज गजब की प्रगति की है। डायरी भी अब डिजिटल हो गई है। शब्द अब अंगुली का साथ जोडी पेन से फूटते नही है कि बोर्ड पर प्रहार होता है। तो स्किन पर पड जाते है। पोस्ट आफिस के लाल डिब्बे खत्म होने को आ गए है। अब तो बटन दबाते इ- मेल हो जाता है। इमोशन भी फ्रि साईट से डाउनलोड करके अटैच कर दिये जाते है।
आज तो जमाना ग्रुप मैसेजिंग का आ गया है। एक साथ मैसेज सैकड़ो लोगो को भेज दिया जाता है। ऐसे ही दो मित्रो मे झगडा हो गया था। बोलना बन्द हो गया था। परन्तु गलती से उसका नंबर ग्रुप मे ऐड हो गया। और मैसेज भेजा तो उसे भी पहुँच गया। और फिर उसका फोन आया। इस घटना ने वापिस टूटे रिश्ते को जोड दिया। पर यह एक अनजाने मे हुई घटना थी।
बस इन संबंधो को डिजिटल के साथ सुखने मत दो। इसे तो झरने की तरह बहने दो जो हमे भीना भी करते है और संगीत भी देते है। रिश्ते भी जीवन को सुखी बनाते है तो बस इन्हे लगातार बहने दो। और इसके संगीत मे जीवन को मस्त बनाओ ।।