विचारों को अपने जीवन में परिवर्तन करना
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विशल्या का पुर्वजन्म
लक्षमण की 16000 पत्नियों में पट्टरानी तरीके का पद विशल्या के हिस्से में गया । यह विशल्या इतनी पवित्र तथा पुण्यशाली स्त्री थी की जिसे स्पर्श करें उसका बड़ा से बड़ा उपद्रव्य दूर हो जाय । अरे, विशल्या ने स्नान किया हुआ पानी जिसके ऊपर छाँटने में आये उसकी मरी – मरकी, मन्त्र – तन्त्र वगेरे दर्द तत्क्षण ख़त्म हो…
अवंति सुकुमाल का पूर्व जन्म
सिर्फ पांच छ घंटो के लिये संयम का पालन करके सीधे पाँचवे देवलोक में पहुँचनेवाले एवंतिसुकुमाल का पिछला भव पापकर्मो के त्याग की प्रेरकगाथाओ से लिखा हुआ है। अवंतिसुकुमाल का यह पिछला भव, उत्थान की लंबी परंपरा के बीज में पापो का त्याग समाया हुआ है इतना समझाता जाता है। अवंतिसुकुमाल की आत्मा पिछले तीसरे जन्म में मछुआरे की जिंदगी…
शत्रुघ्न का पूर्वजन्म
राम के छोटे भाई का नाम शत्रुघ्न । राम के सेनापति का नाम कृतांतवदन । दोनो राम के बहुत प्रितिपात्र वैसे ही विश्वाशु । राम का अयोध्या में पुनरागमन हुआ उसके बाद शत्रुघ्न ने मथुरा पर आक्रमण किया । किसके साथ युद्ध करने की हिम्मत लक्ष्मण भी नही करते थे ऐसे मथुरापति , मथुराजा का उसने शिरच्छेद किया । उसके…
कार्पटिक का पूर्वजन्म
मंदिर के ओटे पर फेंका हुआ कार्पटिक कल्पान्त कर रहा था तथा जोर जोर से ऐसा चिल्ला रहा था कि कुदरत के घर में अँधेरा है अँधेरा । देखो, निर्दोष हूँ । मक्खी भी नही मारी तो भी मेरे ऊपर हत्या का आरोप करने में आया तथा मेरे दोनों हाथ काट देने में आये । उसके काटे हुए हाथ में…
लव-कुश का पूर्वजन्म
रामचंद्रजी के पुत्र तथा सती सीता के लाडले इन पुण्यशालीओ को कौन नही पहचानता? उसी भव में मोक्षगामी इन आत्माओं के नाम क्रमशः अनङ्ग लवण तथा मदनांकुश थे, फिर भी लव तथा कुश इन नामो से वे प्रसिद्ध पाये है। एक तरफ रामचंद्रजी का जीवन संघर्षो से बारबार झुझता हुआ दिखता है तथा दूसरी तरफ उनके इन पुत्रो के जीवन…