दिन की कहानी
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दिन की कहानी 10, फरवरी 2016
प्रभु नाम से कल्याण एक बार एक पुत्र अपने पिता से रूठ कर घर छोड़कर दूर चला गया और फिर इधर-उधर यूँही भटकता रहा । दिन बीते, महीने बीते और साल बीत गए । एक दिन वह बीमार पड़ गया । अपनी झोपडी में अकेले पड़े उसे अपने पिता के प्रेम की याद आई कि कैसे उसके पिता उसके बीमार…
दिन की कहानी 10, फरवरी 2016
सकारात्मक सोचने की शक्ति एक दिन थॉमस एल्वा एडिसन जो कि प्रायमरी स्कूल का विद्यार्थी था, अपने घर आया और एक कागज अपनी माताजी को दिया और बताया:- ” मेरे शिक्षक ने इसे दिया है और कहा है कि इसे अपनी माताजी को ही देना ।” उस कागज को देखकर माँ की आँखों में आँसू आ गये और वो जोर-जोर…
दिन की कहानी 10, फरवरी 2016
इंसान के साथ सेवा भाव क्या ? और जानवर के साथ सेवा क्या ? एक राजा था । उसने दस खूंखार जंगली कुत्ते पाल रखे थे । उसके दरबारियों और मंत्रियों से जब कोई मामूली सी भी गलती हो जाती तो वह उन्हें उन कुत्तों को ही खिला देता । एक बार उसके एक विश्वासपात्र सेवक से एक छोटी सी…
दिन की कहानी 9, फरवरी 2016
नवकार महामंत्र अर्थ श्री अरिहंत परमात्मा की कुछ बाते हमने जानी – अब उनके 12 गुण की बात जानते हैं: 1. अशोक वृक्ष – जहा परमात्मा का समवसरण होता हैं वहा उनके शरीर से 12 गुना ज़्यादा बड़ा आसोपालव का वृक्ष देवता बनाते हैं । उस वृक्ष के निचे बैठ के परमात्मा देशना देते हैं । 2. सुरपुष्प वृष्टि –…
दिन की कहानी 9, फरवरी 2016
तृष्णा त्याग गरीबी से तंग आकर एक व्यक्ति जंगल की ओर चला गया जंगल में उसने एक संन्यासी को देखा । संन्यासी के पास जाकर वह बोला महाराज मैं आपकी शरण में आया हूं गरीब आदमी हूं, मेरा उद्धार करो । ‘ साधु ने कहा, ‘क्या चाहिए तुम्हें ।’ वह बोला, ‘मेरी स्थिति देखकर पूछ रहे हैं कि क्या चाहिए…