दिन की कहानी
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दिन की कहानी 1, फरवरी 2016
ऐस चिंतन करो ( जब देखो ) 1. डाइनिंग टेबल – आत्मा का स्वाद सच्चा स्वाद है । 2. कार – चलो मोक्ष की ओर ऐसा चिन्तन करें । 3. नल – करो कर्म का प्रक्षाल । 4. दुकान – ज्ञान दर्शन ही मेरा व्यापार है । 5. बंगला – सिद्धालय मेरा निवास है । 6. बड़ा सोफा – स्वरूप…
दिन की कहानी 1, फरवरी 2016
मत करो किसी भी साधु की निंदा मत करो किसी भी साधु की निंदा क्योंकि, आज के समय में इतना सहनन नहीं है, अनुकूल परिस्थी भी नहीं है, पर आज के समय में भी साधु सिर्फ और सिर्फ सफ़ेद कपडे में रहते हैं, एक ही वक्त आहार करते हैं, प्रतिक्रमण, सामायिक केशलोंच करते हैं । क्या हम ये सब करते…
दिन की कहानी 1, फरवरी 2016
गति “गति” नाम-कर्म के उदय से प्राप्त होने वाली जीव की अवस्था/पर्याय को गति कहते हैं । गतियाँ 4 होती हैं :- 1- नरकगति 2- तिर्यंचगति 3- देवगति, और 4- मनुष्यगति 1 – नरकगति नरकगति-नामकर्म के उदय से नरक में जन्म लेना नरकगति कहलाती है । इस गति के जीवों को नारकी कहते हैं, नरक 7 होते हैं, नरक अधोलोक…
दिन की कहानी 30, जनवरी 2016
तोता रट एक बार एक साधु ने अपनी कुटिया में कुछ तोते पाल रखे थे। सभी तोते को अपनी सुरक्षा के लिए एक गीत सीखा रक्खा था । गीत कुछ इस तरह था कि ‘शिकारी आएगा जाल बिछाएगा दाना डालेगा पर हम नहीं जाएंगे’ एक दिन साधु भिक्षा मांगने के लिए पास के एक गांव में गए । इसी बीच…
दिन की कहानी 30, जनवरी 2016
प्रेरक कथा दो भाई साथ साथ खेती करते थे । मशीनों की भागीदारी और चीजों का व्यवसाय किया करते थे । चालीस साल के साथ के बाद एक छोटी सी ग़लतफहमी की वजह से उनमें पहली बार झगडा हो गया था झगडा दुश्मनी में बदल गया था । एक सुबह एक बढई बड़े भाई से काम मांगने आया, बड़े भाई…