दिन की कहानी
Archivers
दिन की कहानी 27, फरवरी 2016
सतान के रूप में कौन आता है सतान के रूप में कौन आता है ? पूर्व जन्म के कर्मों से ही हमें इस जन्म में माता-पिता, भाई बहिन, पति-पत्नि, प्रेमिका, मित्र-शत्रु, सगे-सम्बंधी इत्यादि संसार के जितने भी रिश्ते नाते है, सब मिलते है । क्योंकि इन सबको हमें या तो कुछ देना होता है, या इनसे कुछ लेना होता है…
दिन की कहानी 27, फरवरी 2016
ऐसा ही एक प्रसंग याद आया जन्मो जन्म की इस आत्मा ने अनेको बार स्वर्ग और नरक के दर्शन किए । स्वर्ग में बहुत वैभव मिला । भोग विलास किया, पर वहाँ पर भी “ईर्ष्या” । फिर धरती पर आए । अन्याय से लाखो- करोडो कमाएँ और इस धरती को भी नरक बना दिया और अन्त में स्वयं भी नरक…
दिन की कहानी 27, फरवरी 2016
धर्मपिता इस संसार में सर्वत्र एक ही आवाज सुनाई देती है । सम्पति बढाओ, नए नए फर्नीचर, गाडी, गहने खरीदो, इंडस्ट्रीज लगाओ, ऐश करो, मौज करो और इन सबकी पूर्ती के लिए किसी भी हद तक चले जाओ, अन्याय-अत्याचार फेलाओ और मौझ करो । कभी सोचा है ऐसा क्यों हो रहा हैं ? very simple “जैन दर्शन के ज्ञान का…
दिन की कहानी 26, फरवरी 2016
पक्षपात वह ससुराल में आ गयी । बहुत ही हठीली और वाचाल थी । वह सास के साथ उसका नित्य ही कलह होता रहता । बचपन से ही उसकी किसी न किसी से कलह करने की आदत थी । अतः पति पत्नी को रोज ही पीटा करता था । उसे लगता था कि अपना पति माता का ही पक्षधर होकर…
दिन की कहानी 26, फरवरी 2016
हम और हमारे कर्म एक व्यक्ति था उसके तीन मित्र थे । एक मित्र ऐसा था जो सदैव साथ देता था । एक पल, एक क्षण भी बिछुड़ता नहीं था । दूसरा मित्र ऐसा था जो सुबह शाम मिलता । और तीसरा मित्र ऐसा था जो बहुत दिनों में जब तब मिलता । एक दिन कुछ ऐसा हुआ की उस…