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पहेलियां – भाग 6
अमरकुमार ने पलभर सोचकर कहा : ‘महाराज, उसका प्रत्युत्तर है : कंबलीवेशा !’ ‘क’ का अर्थ है पानी । और पानी ही सरोवर का सार है । ‘बलि’ नामक दानव वंश का विख्यात राजा हो गया । ‘वेशा’ यानी ‘वेश्या’ वही सदा सौभाग्यवती नारी है। मारवाड़ के लोग कंबली से पहचाने जाते है इसलिए उन्हें ‘कंबलिवेशा’ कहा जाता है। राजा…
पहेलियां – भाग 5
सुरसुन्दरी के प्रश्न का अमरकुमार ने जवाब दिया: ‘वह तीन अक्षर का शब्द है ‘ राखड़ी ‘ ! रा जाने से खड़ी बचेगा । जिसका अर्थ होगा खड़ी रही हुई । ‘ ख’ निकालने से ‘राड़ी’ शब्द बनेगा यानी विधवा ( गुजराती भाषा मे राड़ी=रांडेली का अर्थ होता है विधवा ) राख अनाज में डालने से अनाज की सुरक्षा होती…
पहेलियां – भाग 4
सुरसुन्दरी के प्रश्न पूछने की बारी थी अब। तीन अक्षर का एक शब्द है। पहला अक्षर छोड़ देने से जो शब्द बनता है – उसे दिल मे से निकाल कर देह को पवित्र बनाना चाहिये। दूसरा अक्षर निकालने से बनने वाला शब्द बल-ताकत से भी ज्यादा है और उससे सभी का दिल जीता जा सकता है। तीसरा अक्षर दूर करने…
पहेलियां – भाग 3
सुरसुंदरी ने तुरन्त पहेली बुझाई वह शब्द है – “सुखड़ी ” । प्रथम अक्षर निकालने से खड़ी शब्द बनेगा जो कि सफेद पृथ्वीकाय है। दूसरा अक्षर निकालने पर ‘सुडी’ शब्द बनेगा जो कि एक पक्षिणी अथवा “मैना “है। तीसरा अक्षर छोड दे तो ‘सुख ‘ जिसे कि सभी चाहते है। सभा आनंद से झूम उठी। अमरकुमार ने तीसरी समस्यां रखी।…
पहेलियां – भाग 2
राजसभा मे हर्षध्वनि हुई। सभी ने प्रसन्न मन से राजा के प्रस्ताव को स्वीकार किया। अमरकुमार ने खड़ेे होकर र्सवप्रथम महाराजा को प्रणाम किया। बाद में पंडित जी के चरणों में वंदना की और बाद में पिता का आशीर्वाद लिया। अमरकुमार ने खडे होकर अपनी पहली समस्यां पेश की- “तीन”अक्षर का एक शब्द है। उस शब्द का यदि पहला अक्षर…