‘क्या अमर ने बचपन की उस मनहूस घटना को यादो के आँचल में बांध राखी होगी ? सुन्दरी विचारने लगी नहीं….नहीं….इसके बाद तो मै उसे कई बार मिल चुकी हूँ | उसने मुझे पयार दिया है | मेरे साथ आत्मीयता का व्यव्हार किया है | कभी उसने वह बीती बात याद नहीं किया कभी | हंसी ~मजाक में भी उसने…