जब दूर से यक्ष द्विप दिखायी देने लगा तब नाविक ने अमरकुमार का ध्यान खींचा ‘कुमार सेठ, अब एकाध घटिका में अपन यक्ष द्विप पर पहुँच जायेंगे। देखिये …. वे ऊँचे ऊँचे वुक्ष जो दिखाई देते हैं वे यक्षद्विप के ही हैं। ‘ उसने यक्षद्विप की दिशा में ऊँगली दिखा कर कहा । ‘देखो , पहला काम तुम लोग मीठे…