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प्रभु पर है श्रद्धा तो फिर विज्ञान भी है झुकता

बात है गुजरात के एक गाँव की, यहाँ दस एक नौजवान हर पुनम को तीर्थ दर्शन के लिए 50 कि. मी. दुर तक जाते थे। सबके हृदय मे परम तारक परमात्मा के प्रति अपार श्रद्धा थी। एक दिन जब सुबह मित्रगण गाडीयो के साथ एक मित्र को लेने गये तो मित्र ने पुछा- किसके पिछे बैठू?

मित्रता दसो दोस्तो मे थी। पर यह एक व्यवस्था के लिए एक मित्र के पिछे बैठने के लिए बोला और बाईक हाईवे पर दौड़ने लगी।

सबसे पिछे की बाईक पर दिनेश भाई थे। अचानक से एक डम्पर आया और टक्कर मार दी। दिनेश भाई और चालक दोनो गिर गए।

धाम की आवाज से आगे की बाईक रूकी और पिछे देखा तो बाईक एक तरफ और दोनो एक तरफ खाई मे गिरे हुए थे। सभी दोस्त पिछे की ओर दौडे और जाकर देखा तो दिनेश भाई को सिर मे लगी थी। चालक को भी लगी थी पर दिनेश भाई की हालत ज्यादा खराब थी। ऐसी हालत मे उन्हें गाँव के अस्पताल ले गये। वहाँ डाॅक्टर ने कहाँ- इन्ह अतिशीघ्र बडे अस्पताल ले जाना होगा। इनके सिर पर गम्भीर चोट है। परिवार बोला कहा ले जाऐ? अहमदाबाद ले जाए? डाॅक्टर ने कहाँ – नही! वहाँ तक सुरक्षित पहुँचना मुश्किल है। इतनी देर मे कुछ भी हो सकता है। इन्हे तुरंत बिना एक मिनट भी बिगाडे राजकोट ले जाओ। इन्हे एमरजेंसी मे राजकोट ले जाया गया। वहाँ मल्टी स्पिशीऐलिटी अस्पताल मे ले गए। फटाफट न्यूरो के डाॅ. की टिम वहा आ गई। उन्होंने मरीज को देखा। हालत बड़ी नाजुक थी। नाक और मुँह से खुन बेह रहा था। डाॅक्टर ने पहले सीटी स्कैन करवाया। सिर मे पाँच जगह ब्रेन हिम्रज हुआ था।

बचना बडा मुश्किल था। यहाँ परिवार वालो ने दिनेश भाई जब तक आँख नही खोलते आन्न का त्याग कर दिया था। किसी ने कुछ मानता तो किसी ने कुछ प्राथना- अर्पण प्रभु को करना शुरू किया।

डाॅक्टर ने परिवार जनो को समझाया कि उन्हे कम से कम एक हफ्ता लगेगा होश आने मे इसिलिये आप लोग ऐसा कुछ मत करो। डाॅ. की टीम ने फिर विचार किया की 4-5 घंटे बाद फिर सीटी स्कैन करवाते है, हालत सुधरती है तो फिर आपरेशन करेंगे। पर फिर चमत्कार हुआ। स्कैन मे सब नोर्मल आया। जो खुन जमा था वह नाक और मुहँ मे से निकल गया। जो होश आठ दिनो मे आने वाला था वह विज्ञान को चेन्ज कर 12 घंटो मे ही होश मे आ गया। आठ दिन मे तो घर पहुंच गया और 15 दिन बाद तो खुद बाईक पर दर्शन के लिए निकल गया।

श्रद्धा मे जान है तो भगवान आपके पास है ।।

श्रद्धा के दीपक
June 20, 2016
असंभव कुछ भी नही है
June 23, 2016

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