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आर्ट ऑफ़ लिसनिंग

आज हमारी युवा पीडी कई सारे डिप्लोमा कोर्स कर रही है। आज का युवा कई सारे क्षेत्रो में एक साथ काम करना चाहता है। वह बड़ा फ़ास्ट हो गया है। उसे रातो रात में करोड़ पति बनना है। उसे कई सारे कामो speed में अंजाम दे कर दुनिया के सुनहरे पेज पर चमकना है।

पर उसके लिए अथक मेहनत करनी होगी। चमकने के लिए कई सारे पेहलुओ पर work करना होगा। पर आज वह एक बड़ी समस्या से झुझ रहा है। वह कुछ करना चाहता है। वह बोलना चाहता है परन्तु वह किसे भी सुनना नही चाहता है।

और जब तक इंसान में सुनने का सामर्थ्य नही आएगा तब तक वह आगे नही बड सकता है। अगर उसे आगे बढ़ना है तो सबसे पहले उसे सुनने की आदत डालनी पड़ेगी।

इस युग में जिसने भी सुनने की आदत डाली है वह सफल हुआ है। ऐसे के सारे उदहारण है। प्रभु वीर की बात अनइच्छा से रोहिनिये चोर ने सुनी तो उसका जीवन भी बदल गया। चंद्रदृप्त मोर्य ने चाणक्य की हर बात को सुना फिर अमल किया तो वह दुनिया में अमर हो गया। अरे आज के युग में भी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज इस पद पर विराजित है। पर जब वे छोटे थे चाय बेचते थे।

BJP कार्यालय एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में थे तब इन्होंने के सारे लोगो की बातो को सुना है उसमे से ग्रहण किया है। और फिर अपने लिए एक road map तैयार किया है। और उस map पर चलकर आज इस देश के प्रधान मंत्री बन के बेठे है।

नेता से लगाकर अभिनेता तक के व्यापारी से लगाकर उद्योगपति तक जिसने भी जीवन में art of listening को सिखा है वह स्वतः सफलता की सीडिया चढ़ा है।

पर दुर्भाग्य ये है की युवाओ के अंदर से ये गुण समाप्त होते जा रहा है। जब हम अनुभवी व्यक्ति का अनुभव सुनते है तो हमे मुश्किलो का सामना करने की हिम्मत मिलती है। और उस हिम्मत से ही हम आगे बढ़ पाते है। वह होसला हमे प्रेशर में नही जाने देता है। और एक इतिहास रच जाता है।

हम समझते कम है समझाते ज्यादा है
इसलिए सुलझते कम है
उलझते ज्यादा है
बस जीवन में art of living के साथ
Art of listening का कोर्स करे।

कषायो का परिणाम
May 16, 2016
अद्भुत मनोबल
May 17, 2016

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