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Story Of The Day 13th, February 2016

जिनवाणी अनुसार ज्ञानार्जन करें

“जातिभव्य” जीव किसे कहते है..?

इस ब्रह्मांड में ऐसी अनंत आत्मा है कि जिनमेँ मोक्ष जाने की योग्यता है, भव्यता है ।
पर वो आत्मा कभी भी निगोद में से निकलकर व्यवहार राशि में आने वाली ही नहीं है ।
भले ही कितना भी वक़्त गुजर जाए पर उस आत्मा की नियति ही ऐसी है कि वह कभी व्यवहार राशि में से बाहर नहीं निकलेगी ।
ये आत्माएं जातिभव्य कहलाती है ।
वे जाति से भव्य है परंतु “नित्य निगोदि” जीव है ।
जिससे वे कभी भी मानव भव, संयम या मोक्ष प्राप्त नहीं करेँगी ।
अब विचारो कि हम कितने नसीबदार है कि हमारा नंबर जातिभव्य मेँ तो नहीं है ।
हम तो निगोद में से निकलकर मानव भव तक पहुँच गए ।
ये सब जानेंगे तो मालूम पड़ेगा कि अहो ! मुझे तो कितना कुछ मिल गया है ।
रत्न चिंतामणि जैसे मानव भव की कीमत होगी ।
जो समय बीत गया वो तो हमारे हाथ में नहीं है, पर जितना भी समय बाकी है उसे गवाना अच्छा नहीं हैं ।

Story Of The Day 13th, February 2016
February 13, 2016
Story Of The Day 13th, February 2016
February 13, 2016

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