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प्रभावक सूरिजी – भाग 3

संतान-प्राप्ति समय बीतते क्या देर लगती है। नदी के जलप्रवाह की भांति वह प्रतिक्षण अविरत गति से बहता ही रहता है। प्रतिमा गर्भवती हुई। गर्भ की वह पूर्ण सावधानी रखने लगी। गर्भ में शुभ जीवात्मा का आगमन हो तो गर्भवती स्त्री को शुभ दोहद होते हैं और गर्भ में पापी जीवात्मा के आगमन होने पर गर्भवती स्त्री को अनेकविध अशुभ…

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प्रभावक सूरिजी – भाग 2

पुत्र प्राप्ति के लिए उन्होंने अनेक देवी-देवताओं की आराधना की, किंतु पूण्य अनुकूल ना हो तो देव भी क्या कर सकते हैं। अंत में पुण्य अनुकूल हुआ। दंपत्ति ने पार्श्वनाथ प्रभु की अधिष्ठात्री नागजातीय वैराट्या देवी की अठ्ठम के तप पूर्वक आराधना की। आराधना से देवी प्रसन्न हुई और उन्होंने पुत्र की मांग की। देवी ने कहा- “विद्याधर गच्छ में…

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प्रभावक सूरिजी – भाग 1

प्रस्तुत है जिन-शासन के अजोड़ आधारक, प्रभावक और संरक्षक सूरीश्वर की यशोगाथा…। . . . शासन की रक्षा के लिए जिन्होंने बलिदान की भी अपनी तैयारी दिखलाई थी. . .। केवल इतिहास को जानने की दृष्टि से नहीं . . . किंतु महान इतिहास सर्जक बनने के उद्देश्य को लेकर इस चरित्र- गाथा का अध्ययन करें. . . तो .…

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