विचारों को अपने जीवन में परिवर्तन करना
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चलो करते है past का आब्सर्वेशन
हे कृपालु करूणानिधि….. मै जब भी मेरे अन्नत अतीत का अवगाहन करता हूँ जब भी उसका सुक्ष्मता से निरिक्षण करता हूँ तो मेरे हाथ मे only for निष्कियता, निष्फलता, निराशा का अंधकार ही नजरो मे आता है । मेरे आत्मरूपी प्लाट पर मिथ्या और मोह नाम के मवालियो ने भयंकर कब्जा जमा रखा है। इस कब्जे से बाहर निकलने के…
भगवान पर भरोसा
ठंडी के दिन थे। शाम हो गयी थी। असमान मे बादल छा गए थे। निम के झाड पर बहुत सारे कौअे बैठे थे। और सारे के सारे अन्दर ही का- का- का- का कर झगडा कर रहे थे। उसी समय एक छोटी सी मैना निम के झाड पर आकर के बैठ गयी। मैना को देखकर सारे कौए उस पर तूट…
अनिश्चितता और परिवर्तन ही जीवन को पवित्र बनाते है
वर्ष बदलता है और कैलेंडर एक नया चक्र शुरू होता है । एक से सौ लिखने के बाद शुरूआत से एक घुटना ही पडता है। फिर से एक नई शुरुआत, कैलेंडर मानव के द्वारा एक ऐसी व्यवस्था वर्ष प्रारंभ होता है चैत्र से फाल्गुन – जनवरी से डिसेंबर । वर्ष बदलता है पर दिन नही बदलता। तारिख बदलती है पर…
चलो करे विभुवन शिरताज से मीठी मधुर प्रार्थना
हे करुणा निधि ! प्रोडक्शन होता है वहाँ रिजेक्शन होता है और जब क्वालिटी मेंटेन करनी हो तो रिजेक्शन थोडा ज्यादा होता है परंतु रिजेक्शन की कोई मात्रा तो होनी चाहिए 10 प्रतिशत 15 टके 20 टके कितने परसेंट होगा? परमपिता! मेरा मन भी कारखाना है। यहाँ पर भी लगातार प्रोडक्शन होता है। एक क्षण भी बंध नही होता है।…
प्रभुवर से करेगे मीठी लड़ाई
खतरनाक बोलर और खुन्खार बैट्समेन जब आमने सामने आ गए हो तब मैच बड़ा ही रोमांचकारी हो जाता है। लाखो की जनमेदनी क्रीज पर निगाहे रख कर देखती है। सभी के मन में प्रश्न है आज क्या होने वाला है। बोलर बैट्समैन को पेवेलियन भेजेगा या बैट्समैन उसकी धुलाई surf exle की तरह करेगा। दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर है।…