विचारों को अपने जीवन में परिवर्तन करना

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कभी हम भी बहुत अमीर हुआ करते थे

कभी हम भी बहुत अमीर हुआ करते थे हमारे भी जहाज चला करते थे। हवा में.. भी। पानी में.. भी। दो दुर्घटनाएं हुई। सब कुछ.. ख़त्म हो गया। पहली दुर्घटना जब क्लास में.. हवाई जहाज उड़ाया। टीचर के सिर से.. टकराया। स्कूल से.. निकलने की नौबत आ गई। बहुत फजीहत हुई। कसम दिलाई गई। औऱ जहाज बनाना और.. उडाना सब…

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सच्चा धन कौन सा है?

प्रमत्त आदमी धन से त्राण को प्राप्त नहीं कर सकता । धन का भी महत्त्व है, कितनी कितनी चीजें धनाधारित है । साधुओं के पास कोई अर्थ नहीं होता, इस दृष्टि से उनसे गरीब भी कोई नहीं होता । परन्तु स्वेच्छा से गरीबी को स्वीकार करने वाला संत और विवशता से त्याग करनेवाले गरीब होते है । विवशता से भोग…

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प्रभु वीर ने गौतम से कहा- समय गोयम ! मा पमायए

मनुष्य भव अति दुर्लभ है, जब करोड़ों भव के पुण्य एकत्रित हुये हैं तब हमें इस मानव भव का एक समय मिला है । वह भी इस भरत क्षेत्र में, महाविदेह क्षेत्र में नहीं । क्योंकि *कर्म राजा ने हमें कहा – “तुम्हारे पास इतने पुण्य नही हैं कि तुम्हें करोड़ों पूर्व का महाविदेह क्षेत्र का मनुष्य भव मिले, अनन्त…

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प्रधान मंत्री के आवान से विद्यार्थीयो ने की देश की रक्षा

एक बार इजराइल देश का अपने पडोसी देश से लगातार तीस दिनो तक युद्ध चलता रहा ।इजराइल सेनपति ने अपने देश के प्रधानमन्त्री को फोन किया —- सर हमारे हजारों सैनिक शहीद हो चुके हैं । अब हमारी सेना मे केवल चालीस हजार सैनिक लड रहे हैं । दुश्मन की सेना मे लगभग दो लाख सैनिक हैं ।यदि युद्ध दो…

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मैं पैसा हूँ….

सबसे पहले मैं आपको अपना परिचय दूँ – मैं हूँ पैसा… मेरा साधारण रूप है, दुर्बल सी काया है, लेकिन मै दुनियाँ को पूनर्व्यवस्थित करने की क्षमता रखता हूँ. मैं इन्सान का व्यवहार और प्रकृति बदलने की क्षमता रखता हूँ क्योंकि इन्सान मुझे आदर्श मानता हैं। कई लोग अपने व्यवहार को बदल देते है,अपने दोस्तों को धोखा देते है,अपना शरीर…

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