दिन की कहानी
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दिन की कहानी 17, फरवरी 2016
आध्यात्मिकसाधना का रहस्य एक व्यक्ति किसी प्रसिद्ध सूफी संत के पास धर्म संबंधी ज्ञान हासिल करने गया । उस फकीर की चारों ओर ख्याति थी । कहा जाता था कि उनके आशीर्वाद से बीमार लोग स्वस्थ हो जाते थे और बहुतों की परेशानियां दूर हो जाती थीं । दूर प्रांतों से दुखी-पीड़ित लोग उनके यहां दुआएं मांगते और प्रसन्न होकर…
दिन की कहानी 17, फरवरी 2016
माँ-बाप एक बालक अपने माँ-बाप की खूब सेवा किया करता था, उसके दोस्त उससे भी कहते कि अगर इतनी सेवा तुमने भगवान कि की होती तो तुम्हे भगवान मिल जाते । लेकिन इन सब चीजो से अनजान वो अपने माता-पिता की सेवा करता रहा । एक दिन उसकी माँ-बाप की सेवा-भक्ति से खुश होकर भगवान धरती पर आ गये ।…
दिन की कहानी 17, फरवरी 2016
बेटी v/s बहू बेटी ससुराल में खुश होती है, तो खुशी होती है और बहू ससुराल में खुश है, तो खराब लगता है । दामाद बेटी की मदद करे, तो अच्छा लगता है और बेटा बहू की मदद करे तो जोरू का गुलाम कह लाता हैं । बेटी जींस पहने तो खुश होते है कि मोर्डन फेमिली है और बहू…
दिन की कहानी 16, फरवरी 2016
माँ वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, बीवी के आगे माँ रद्द हो गई । बड़ी मेहनत से जिसने पाला, आज वो मोहताज हो गई । और कल की छोकरी, तेरी सरताज हो गई । बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई, वाह रे जमाने तेरी हद हो गई । पेट पर सुलाने वाली, पैरों में सो रही ।…
दिन की कहानी 16, फरवरी 2016
प्रेम क्या हैं ? एक डलिया में संतरे बेचती बूढ़ी औरत से एक युवा अक्सर संतरे खरीदता । अक्सर, खरीदे संतरों से एक संतरा निकाल उसकी एक फाँक चखता और कहता, “ये कम मीठा लग रहा है, देखो !” बूढ़ी औरत संतरे को चखती और प्रतिवाद करती “ना बाबू मीठा तो है !” वो उस संतरे को वही छोड़, बाकी…