दिन की कहानी
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*धन* और *धर्म* में कौन *महान* है?
*धन* की *रक्षा करनी* पड़ती है । *धर्म* हमारी *रक्षा* करता है । *धन दुर्गति* में ले जाता है । *धर्म सद्गति* में ले जाता है । *धन* के लिए *पाप करना* पड़ता है । *धर्म* में *पाप का त्याग* होता है । *धन* से *धर्म* नहीं होता । *धर्म* *आत्मा* से होता है । *धन* मित्रों को भी *दुश्मन*…
लोभ की भूख
“लोभ पाप को बाप बखानो “ लोभ को पांच पापों में सबसे उपर रखा गया है, उसे पाचों पाप का बाप कहां गया है. लोभ के कारण ही हम संसार में भटक रहे है. लोभ क्या है ? उदा. भूख दस रोटी की हो और मनुष्य को पाँच ही रोटी मिले तो भी कम से कम आधी भूख शांत हो…
सफलता के 20 मँत्र
1.खुद की कमाई से कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनाओ..! 2. दिन मेँ कम से कम 3 लोगो की प्रशंसा करो..! 3. खुद की भुल स्वीकारने मेँ कभी भी संकोच मत करो..! 4. किसी के सपनो पर हँसो मत..! 5. आपके पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी कभी आगे जाने का मौका दो..! 6. रोज हो सके तो सुरज को…
!! सामायिक जरुर करे !!
धर्म परिवार ! पिछले जन्म में धर्म किया था, उस की ही पुण्यवाणाी से तुझे आज मनुष्य जन्म मिला, ऊँचा कुल मिला, नाम और शौहरत भी मिली… लेकिन आगे के लिए क्या सोचा है ??? जैन धर्म बड़ी मुश्किल से मिला है, ये जो गलियों में आवारा जानवर घूम रहे हैं, इन्हें भी कभी मनुष्य जन्म मिला था, इनमें से…
जीवन की महानता
जीवन जब तुम पैदा हुए थे तो तुम रोए थे जबकि पूरी दुनिया ने जश्न मनाया था। अपना जीवन ऐसे जियो कि तुम्हारी मौत पर पूरी दुनिया रोए और तुम जश्न मनाओ। कठिनाइयों जब तक आप अपनी समस्याओं एंव कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते है, तब तक आप अपनी समस्याओं एंव कठिनाइयों को मिटा नहीं सकते| असंभव इस दुनिया…