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दिन की कहानी 13, जनवरी 2016

जिस दिन हमारी मोत होती है, हमारा पैसा बैंक में ही रहा जाता है।

जब हम जिंदा होते हैं तो हमें लगता है कि हमारे पास खर्च करने को पया॔प्त धन नहीं है ।

जब हम चले जाते है तब भी बहुत सा धन बिना खच॔ हुये बच जाता है ।

– एक चीनी बादशाह की मोत हुई । वो अपनी विधवा के लिये बैंक में 1.9 मिलियन डालर छोड़ कर गया । विधवा ने जवान नोकर से शादी कर ली । उस नोकर ने कहा –
“मैं हमेशा सोचता था कि मैं अपने मालिक के लिये काम करता हूँ अब समझ आया कि वो हमेशा मेरे लिये काम करता था ।”

सीख?
ज्यादा जरूरी है कि अधिक धन अज॔न कि बजाय अधिक जिया जाय ।

• अच्छे व स्वस्थ शरीर के लिये प्रयास करिये।
• मँहगे फ़ोन के 70% फंक्शन अनोपयोगी रहते है।
• मँहगी कार की 70% गति का उपयोग नहीं हो पाता।
• आलीशान मकानो का 70% हिस्सा खाली रहता है।
• पूरी अलमारी के 70% कपड़े पड़े रहते हैं।
• पुरी जिंदगी की कमाई का 70% दूसरो के उपयोग के लिये छूट जाता है।
• 70% गुणो का उपयोग नहीं हो पाता

तो 30% का पूण॔ उपयोग कैसे हो
• स्वस्थ होने पर भी निरंतर चैक अप करायें ।
• प्यासे न होने पर भी अधिक पानी पियें ।
• जब भी संभव हो, अपना अहं त्यागें ।
• शक्तिशाली होने पर भी सरल रहेँ ।
• धनी न होने पर भी परिपूण॔ रहें ।

-बेहतर जीवन जीयें-

काबू में रखें – प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को,
काबू में रखें – खाना खाते समय पेट को,
काबू में रखें – किसी के घर जाएं तो आँखों को,
काबू में रखें – महफ़िल मे जाएं तो ज़बान को,
काबू में रखें – पराया धन देखें तो लालच को,

भूल जाएं – अपनी नेकियों को,
भूल जाएं – दूसरों की गलतियों को,
भूल जाएं – अतीत के कड़वे संस्मरणों को,

छोड दें – दूसरों को नीचा दिखाना,
छोड दें – दूसरों की सफलता से जलना,
छोड दें – दूसरों के धन की चाह रखना,
छोड दें – दूसरों की चुगली करना,
छोड दें – दूसरों की सफलता पर दुखी होना,

यदि आपके फ्रिज में खाना है, बदन पर कपड़े हैं, घर के ऊपर छत है और सोने के लिये जगह है,
तो दुनिया के 75% लोगों से ज्यादा धनी हैं

यदि आपके पर्स में पैसे हैं और आप कुछ बदलाव के लिये कही भी जा सकते हैं जहाँ आप जाना चाहते हैं
तो आप दुनिया के 18% धनी लोगों में शामिल हैं

यदि आप आज पूर्णतः स्वस्थ होकर जीवित हैं
तो आप उन लाखों लोगों की तुलना में खुशनसीब हैं जो इस हफ्ते जी भी न पायें

जीवन के मायने दुःखों की शिकायत करने में नहीं हैं
बल्कि हमारे निर्माता को धन्यवाद करने के अन्य हजारों कारणों में है!!!

यदि आप मैसेज को वाकइ पढ़ सकते हैं और समझ सकते हैं
तो आप उन करोड़ों लोगों में खुशनसीब हैं जो देख नहीं सकते और पढ़ नहीं सकते

अगर आपको यह सन्देश बार बार मिले तो परेशान होनेकी
बजाय आपको खुश होना चाहिए !

धन्यवाद…

मैंने भेज दिया
अब आपकी बाऱी है ।
नींद और मौत में क्या फर्क है…?
किसी ने क्या खूबसूरत जवाब दिया है….

“नींद आधी मौत है”

और

“मौत मुकम्मल नींद है”

जिंदगी तो अपने ही तरीके से चलती है….

औरों के सहारे तो जनाज़े उठा करते हैं ।

सुबह होती है , शाम होती है

उम्र यू ही तमाम होती है ।

कोई रो कर दिल बहलाता है,

और

कोई हँस कर दर्द छुपाता है,

क्या करामात है कुदरत की,

ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है,

और मुर्दा तैर के दिखाता है…।

बस के कंडक्टर सी हो गयी है जिंदगी ।

सफ़र भी रोज़ का है और
जाना भी कही नहीं ।

सफलता के सात भेद, मुझे अपने कमरे के अंदर
ही उत्तर मिल गये ।
छत ने कहा : ऊँचे उद्देश्य रखो,
पंखे ने कहा : ठन्डे रहो,
घडी ने कहा : हर मिनट कीमती है,
शीशे ने कहा : कुछ करने से पहले अपने अंदर झांक लो,
खिड़की ने कहा : दुनिया को देखो,
कैलेंडर ने कहा : आधुनिक रहो,

दरवाजे ने कहा : अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरा जोर लगाओ,

लकीरें भी बड़ी अजीब होती हैं ।
माथे पर खिंच जाएँ तो किस्मत बना देती हैं,

जमीन पर खिंच जाएँ तो सरहदें बना देती हैं,

खाल पर खिंच जाएँ तो खून ही निकाल देती हैं,

और रिश्तों पर खिंच जाएँ तो दीवार बना देती हैं ।

एक रूपया एक लाख नहीं होता ,

मगर फिर भी एक रूपया एक लाख से निकल जाये तो वो लाख भी लाख नहीं रहता

हम आपके लाखों दोस्तों में बस वही एक रूपया हैं ।

संभाल के रखना, बाकी सब मोह माया है

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