जब इंसान की कोई इंद्रधनुषी मधुर कल्पना साकार हो उठती है तब वह ख़ुशी से झूम उठता है। आनंद के पंख लगाता है कल्पनाओ के अनन्त आकाश में। यह धरती उसे स्वर्ग से ज्यादा खूबसूरत नजर आती है। रानी रातिसुन्दरी ने जब पुत्री को बधाई दी कि ‘ अमर कुमार के साथ तेरा विवाह करना तय हो गया है ,…