इस भारत माता की गोद में जब तक संजुक्ता पराशर जैसी बेटिया है तब तक कोई भी आतंकवादी या उग्रवादी इस देश की शांति को भंग नही कर सकता है।
संजुक्ता पराशर 5 फीट11 इंच हाइट वाली यह महिला 21वी सदी की लक्ष्मीबाई है। आसाम के सोनितपुर जिले की सुप्रिटेंडेन्ट ऑफ पोलिस (s. p) की जाबाज जवाबदारी को निभा रही है। यह इसी राज्य की महिला है जिसने बोडो उग्रवादीओ के निर्दय नर संहार और अत्याचारो को देखा था और संकल्प किया की मुझे मेरी भोली भाली आदिवासी प्रजा को इन उग्रवादीयो के अत्याचारो से मुक्त करना है और इसी दृढ़ संकल्प के आधार पर I.P.S तक की सफ़र करके अपनी मंजिल तक पहुंची। और शुरू कि एक नयी जंग। इस जंग में संजुक्ता एक पोलिस अधिकारी तक सीमीत नही रही बल्कि दबंग या कमांडो जैसी फिल्मो की तरह वास्तविक जीवन में खूंखार और राक्षसी बेड़ो उग्रवादीयो को ख़त्म कर शांति अमन चेन लाती है।
अरे खुद A.K 47 राइफल के साथ CRPF (सेन्ट्रल रिज़र्व पोलिस फ़ोर्स ) की सशस्त्र टीम का नेतृत्त्व करती है। एक दम भयंकर घनघोर जंगलो में उग्रवादियो पर रेड डालने के लिए हीरो की तरह उतर जाती है।
व्युहात्मक अभ्यास और नक़्शे बनाकर ऑपरेशन को सफल करती है। उग्रवादीयो के लिए लक्ष्मीबाई का रूप धारण करती है। ग्रामीणों आदिवासियों के लिये माता का रूप धारण कर उन्हें प्रेम देती है और हिम्मत देती है। देश प्रेम की भावना से ग्रामीण बच्चों को ओत प्रोत करती है।
उनका काम करने का एक अलग तरीका है। उन्होंने अपने लिए एक सूत्र बनाया ” अटेक इस द बेस्ट डिफेन्स” । संजुक्ता पराशर का सूत्र अगर हर अधिकारी स्वयं का सूत्र बना ले तो इस देश में अपराध होने से पहले ही उसका खात्मा हो जायेगा।
इस IPS की पूर्व की तैयारियों के साथ मारी गयी रेड मात्र 15 मिनिट चलती हो। पर उसमें 15 को तो ढेर कर देती। 40 से 50 को गिरफ्तार करती है। ऐसा इनका रिकॉर्ड है। इस तरह यह महीने में 3 से 4 बार हल्लाबोल करती है।
आर्मी के जवान जैसे CRPF के दिल भी यह मानते है की संजुक्ता खुद टॉप रैंक पुरुष कमांडो की तरह है। जिसकी व्यूहत्मकता और आक्रमण योजना छत्रपति शिवजी की याद दिला देती है। इसके मास्टर माइंड की तो देश की हर सेना को सेवा लेने की ज़रूरत है।
जब तक देश की सरहद पर भारतीय सेना सज्ज है, और देश के अंदर उग्रवादियो, आतंकवादियो से लड़ने के लिए CRPF और इंडियन पोलिस सज्ज है। संजुक्ता पराशर जैसे अधिकारी सज्ज है। तब तक इस भारत माता का कोई बाल भी बाका नही कर सकता है।
इस देश के हर नागरिक को संजुक्ता पराशर जैसे अधिकारियो पर गर्व है। और इनकी देश भक्ति को हम सब का नमन है।
“आज भी संजुक्ता के नाम से
आसाम के उग्रवादी थर थर कापते है।”