मानव को अगर जीवन में आगे बढ़ना है तो only for बाते करके नही बढ़ सकता है। उसके लिए उसे जीवन में चार ‘D’ को स्वीकारना होगा। तभी वह आगे बढ़ सकता है अन्यथा वह आगे नही बढ़ सकता है।
1.Dare- (हिम्मत भरा आत्मविश्वास) कोई भी काम करने से पहले- मेरे से ही वह काम पूरा होगा , मै इसमें जरूर सफल बनुँगा ऐसा आत्मविश्वास होना चाहिए।
2. Desire-( दृढ़ इच्छाशक्ति): इच्छाशक्ति और हिम्मत दो अलग-अलग शब्द है। हिम्मत कार्य करने का संकल्प कराती है। जबकि इच्छा वह कार्य करने के लिए प्रवृत्ति कराती है। परन्तु अगर आपको कार्यो में सफलता को पाना है तो लूली लगड़ी इच्छा नही चल सकती है। इसके लिए तो आपको दृढ़ इच्छा चाहिए की यह काम मै ही करूँगा। जब मजबूत इच्छा सकती होती है तभी हम सफल हो सकते है। पुरुष को महापुरुष बनने में दृढ़ इच्छाशक्ति महत्त्व का रोल अदा करती है।
3. Dream-(स्प्वन): जो भी कार्य करना है उसके स्वपनों को देखना परन्तु याद रखना ड्रीम को नंबर 3 पे रखा है और जो इंसान विश्वास और इच्छा शक्ति को छोड़कर आगे बढ़ने जाता है, तो उसके स्वप्न शेख चिल्ली के स्वप्न की तरह होते है। विश्वास और इच्छा शक्ति के साथ जो स्वप्न देखे जाते है वह कार्य को सुन्दर और सफल बनाते है।
4. Do-(करना): इन तीनो को पाने के बाद फिर हमे बैठे नही रहना है। फिर हमे सख्त परिश्रम करना चाहिए। परिश्रम करने पर ही कार्य सफल होता है। परिश्रम जब ज़ोरदार होता है तो फिर सफलता निश्चित होती है।
जिन्होंने आज तक मात्र बाते ही की है मेरे से यह काम नही होगा, वह काम नही होगा, वो लोग सबसे पहले इन चार के क्रम में से पसार हो जाए उसके बाद देखो उनका कार्य पूर्ण होता है या नही।।