विचारों को अपने जीवन में परिवर्तन करना
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जैन धर्म की १६ महासतिया
१.ब्राह्मी-३लाख साध्वियो का नेतृत्व करने वाली इस अवसर्पिणी काल की प्रथम साध्विजी।ब्राह्मी आदि१८ लिपि सीखनेवाली।केवल्य और मोक्ष पाया। सुनन्दा एवम ऋषभदेव की पुत्री। २.सुन्दरी-६० हजार वर्ष तक आयम्बिल का उग्र तप करनेवाली। सुमंगला एवम ऋषभदेव की पुत्री। बहेन ब्राह्मी के साथ भाई बाहुबलीजी को अभिमान रूपी हाथी पर से उतारा। ३.चंदनबाला-प्रभु महावीर की ३६ हजार साध्वियो में प्रथम स्थान को…
माँ- बाप कष्टो को सहन करके भी बच्चो को सुविधा देते है
बड़े गुस्से से मैं घर से चला आया .. इतना गुस्सा था की गलती से पापा के ही जूते पहन के निकल गया मैं आज बस घर छोड़ दूंगा, और तभी लौटूंगा जब बहुत बड़ा आदमी बन जाऊंगा … जब मोटर साइकिल नहीं दिलवा सकते थे, तो क्यूँ इंजीनियर बनाने के सपने देखतें है ….. आज मैं पापा का पर्स…
इन्सान पैसो से नही स्वाभिमान से महान बनता है
पायल हज़ारो रूपये में आती है पर पैरो में पहनी जाती है और बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं.. एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते, और जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते….…
हिम्मत से टूटे हुए का मित्र कौन है?
एक युवक छोटा सा धंधा करके खुद की आजीविका चलाता था। व्यापर में भंयकर मंदि का वातावरण छा गया जिसके कारण धंधा एकदम ठंडा हो गया। दिवसे- दिवसे युवक हताशा की खाई में उतरता गया। वह life से इतना हताश हो गया की आत्महत्या करने के विचार तक उसे आने लगे। इस तरह की विचित्र मानसिक परिस्थिति से प्रसार होन…
मेरी इच्छा से प्रभु इच्छा ज़्यादा अच्छी है
एक महिला ख़ुद के बालक को लेकर किराने की दुकान पर ख़रीदी करने के लिए गई जब स्त्री ख़रीदी कर रही थी तब उसका बालक व्यापारी के सामने देखकर हस रहा था। व्यापारी को बालक निर्दोष हास्य ख़ूब ख़ूब प्यारा लग रहा था। उसे एसा लग रहा था कि इस बालक हास्य उसके पूरे दिन की थकान उतार रहा था।…