दिन की कहानी
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पापा सुनो, ना मारो अपनी नन्ही कली को
एक औरत गर्भ से थी पति को जब पता लगा की कोख में बेटी हैं तो वो उसका गर्भपात करवाना चाहते है। दुःखी होकर पत्नी अपने पति से क्या कहती हैं:- सुनो, ना मारो इस नन्ही कली को, वो खूब सारा प्यार हम पर लुटायेगी, जितने भी टूटे हैं सपने, फिर से वो सब सजाएगी। सुनो, ना मारो इस नन्ही…
अंधविश्वास की यह परम्परा विनाशकारी
किसी भी जीव को चाहे वह इंसान हो या जानवर जीवित रहने का मौलिक अधिकार है, तथा किसी भी धार्मिक परम्परा या अनुष्ठान की आड़ में उसके प्राण लेने का अधिकार किसी को भी नहीं है। लेकिन पशु बलि ऐसी ही एक अंधविश्वास भरी परम्परा है जिसमें किसी भी पशु चाहे वह गाय, भैंस या बकरी हो। इस उम्मीद से…
चार कीमती रत्न
एक वृद्ध संत ने अपनी अंतिम घड़ी नज़दीक देख अपने बच्चों को अपने पास बुलाया और कहा: मैं तुम बच्चों को चार कीमती रत्न दे रहा हूँ, मुझे पूर्ण विश्वास है कि तुम इन्हें सम्भाल कर रखोगे और पूरी ज़िन्दगी इनकी सहायता से अपना जीवन आनंदमय तथा श्रेष्ठ बनाओगे। 1~पहला रत्न है: “माफी” तुम्हारे लिए कोई कुछ भी कहे, तुम…
जिंदगी के दो चीज़ें
जिंदगी में दो चीज़ें हमेशा टूटने के लिए ही होती हैं। “सांस और साथ” सांस टूटने से तो इंसान 1 ही बार मरता है, पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है। जीवन का सबसे बड़ा अपराध- किसी की आँख में आंसू आपकी वजह से होना और जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि- किसी की आँख में आंसू आपके…
सूत्र और रचियता
जगचिंतामणी – गौतम स्वामी ऊवसग्ग – भद्रबाहु स्वामी संसारदावा – हरिभद्र सूरी लधु शांति – मानदेव सूरी सकल तीर्थ – जीव वीजय स्नातस्या – बालचंद मुनी सकलार्हत – हेमचंद्र सूरी संतिकर – मुनिसुंदर सूरी अजित शान्ति – नंदीषेण सूरी तिजय पहुत – मानदेव सूरी नमिऊण – मानतुंग सूरी भक्तामर – मानतुंग सूरी कल्याण मंदिर – सिध्द सेन दिवाकर सूरी बृहत…