दिन की कहानी

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सावधान, आगे खतरा है

इस संसार में अगर कोई अनजान व्यक्ति भी किसी सड़क पर या रास्ते में खतरे का बोर्ड लगा देता है, तो हम उस बोर्ड पर लिखे निर्देशों का पालन करने लगते हैं। हम उस अनजान व्यक्ति की तारीफ़ भी करने लगते हैं और हमको उस अनजान व्यक्ति पर इतना विश्वास हो जाता है कि हम उसके बताये अनुसार मार्ग भी…

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आपको कोई ऐसा कहे तो

आपको कोई कहे कि ऐसा व्यक्ति ढूंढकर लाओ जो ज़िन्दगी भर बिजली का उपयोग न करता हो, वाहन में न बैठता हो, स्नान न करता हो, बैंक में जिसका खाता न हो , जिसके पास रहने के लिए घर न हो, गांव में खेत न हो, जो पैसा न कमाता हो, जो विवाह न करता हो, जिसका परिवार न हो,…

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श्री गौतम स्वामी

जो भी मनुष्य “अष्टापद तीर्थ” की यात्रा खुद के बलबूते (लब्धि) से कर लेता है वह उसी भव में मुक्त हो जाता है – भगवान महावीर के ये वचन सुनकर श्री गौतम स्वामी अपनी लब्धि से “सूर्य” की किरणों के सहारे अष्टापद पर्वत पर आकाश मार्ग से पहुंचे। अष्टापद तीर्थ पर 1500 तापस अपनी तपस्या के जोर से सिद्धि प्राप्त…

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कल नहीं आज

हे अबोध, जैन वाङ्मय का एक सुन्दर सूक्त है:- ।। णत्थि कालस्सणागमो ।। मृत्यु के लिए कोई भी समय अनवसर नहीं होता । वह कभी भी, कहीं भी और किसी की भी हो सकती है । इस आधार पर यह बात स्पष्ट हो जाती है कि मृत्यु दुनिया की एक नियति है, यूनिवर्सल लॉ है, जिसे कभी भी किसी के द्वारा टाला…

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घमंड से पतन की और

घमंड से पतन की और कितना घमंड है आज के इंसान को। क्या समझता है खुद को ? आखिर किस बात का घमंड है इंसान को.? सुंदरता पर घमंड एक मामूली दुर्घटना में दो मिनट में ही इंसान की सुंदरता गायब हो जाती है। वो रोगी बन जाता है।चमड़ी देखने लायक नहीं होती। बदन पर घमंड जब इंसान को लकवा…

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