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“इन्डिया हो या अमेरिका- स्त्री सम्मान बहुत मुश्किल है”।।

यह देश ऐसा जहाँ पर सदियो से नवरात्रि मे देवी की पूजा करने मे आती है। देवी की स्थापना होती है। आयोजन होते है। एक तरफ जहाँ इस देश मे नारी को शक्ति के रूप मे पूजा होती है वही दुसरी तरफ नारी के उपर अत्याचार होते है। और इन घटनाओ को सुनकर सिर शर्म हे झुक जाता है।

नारी की देवी के रूप मे महिमा गाने वाले यह देश उसे किस दृष्टि से देखता है? कभी नारी को देवी बनाकर मंदिरो मे पूजा जाता है तो कभो उसी नारी को डायन बनाकर जिन्दा जला देते है।

ढोंग और पाखंड

स्त्रीयो के प्रति कोई भी आदर भावना तो होती नही है तो फिर शक्ति पूजा का ढोंग और पाखंड क्यो रचने मे आता है? यह समाज एक तरह तो उसे देवी बनाकर पूजा का ढोंग करता है और दुसरी ओर नारी का शारीरिक और मानसिक शोषण करने के लिए हमेशा तत्पर रहते है ।

इस देश के अंदर छः माह की बच्ची से लगाकर दादी नानी की उम्र की महिलाए भी सुरक्षित नही है। हमारी सभ्यता या संस्कृति ढोंग तो नही बन रही है ?

नारी देवी के रूप मे पुजने वाले देश मे बलात्कार की घटना खुब शर्मनाक है।

सन् 2007 मे, देश के अंदर 20737 बलात्कार की घटना सामने आई थी। यानि लगभग हर घण्टे 3 हादसे महिलाओ के साथ हो रहे थे। यह स्थिति भारत की ही नही विश्व का ऐसा ही कुछ हाल है।

अमेरिका मे किशोरीयो के पोर्न फोटो मिडिया मे डाले जा रहे थे। 78 केस अभी सामने आए है। इन बच्चो की कितनी मानसिक पिडा होती होगी। इसको समझना। एहसास करना।

अगर इस आचरण को हम देखेे तो स्वयं पर हसी आ सकती है। हम आजाद.. लोकतंत्रिक समानता… न्याय पर आधारित समाज.. हम विश्व गुरु… धर्म का देश… हम ये… हम वो… क्या जीवन है हमारा ..

हमारे यह सारे बिरूद हमारी वास्तविकता के आगे कैसे लगते है? हमे हमारा स्वरूप सुधारना होगा। नारी को सम्मान और सुरक्षा देनी होगी तभी हम विश्व गुरु बन पायेंगे ।।

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