विचारों को अपने जीवन में परिवर्तन करना
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धर्म यानी क्या?
एक संत अपने त्याग, साधना और सरलता से सभी लोगो में बड़े ही पूजनीय बन गए थे। अनेक लोग उनके पास सिखने आते थे। सरलता और सहजता का गुण उन्होंने आत्मसात किया था। जिससे एक आदमी बड़ा प्रभावित हुआ और उनका शिष्य बन गया। और गुरु सेवा में तल्लीन हो गया। पर उसके मन में एक प्रश्न रोज उठता था।…
विपत्ति की पाठशाला का विद्यार्थी
एक अमीर ने बहुत बडी पार्टी रखी थी। पार्टी मे बडे बडे अधिकारीयो को अमीर ने अमंत्रण दिया था। पार्टी मे भोजन की विविध स्वादिष्ट वानगिया बनने वाली है इसलिए निष्णात रसोईयो को किया गया है। और पार्टी का समय हो गया। पार्टी मे स्वादिष्ट भोजन का आस्वाद लते लेते अन्दर ही अन्दर आपस मे बाते करने लगे। वही किसी…
21 वी सदी मे मानवता की कहनी – बजरंगी भाईजान
एक मूवी का दृश्य हम सब को आकर्षित कर देती है। उस कलाकार के अभिनय पर हम सब दिवाने हो जाते है। अभिनेता का भी अभिनय ऐसा होता है कि दर्शको को उसमे महामानव की छवि नजर आती है। आज हमे उसी एक छवि के बारे मे बात करना है। जिस छवि मे हिन्दूस्तान को गर्व होता है जो विश्व…
मेरे देश की खासियत
पंजाब के लोक प्रिय महाराजा रणजीत सिंह एक बार वह खुद के दरबार में बेठे थे। उनके अनुचर ने आकर विनय के साथ कहाँ महाराज प्रणाम ” महाराज एक अंग्रेज व्यापारी खुद की कंपनी में तैयार हुआ माल आपको बताना चाहता है। महाराजा ने इजाजत दी उसे आने दो। थोड़ी देर मे पुष्ट शरीर वाला अंग्रेज़ व्यापारी वहाँ आया। भारतीय…
जीवन को संजीव रखना हो तो संवेदना जीवत रखो
जीवन को जीवन्त रखने का औषध संवेदना है। संवेदना मानव को कोमल बनाती है। वर्तमान समय की सबसे बडी समस्या संवेदना का आभाव है। संवेदना पक्षीयो के गुंजराव को मनाने का आन्नद है तो किसी की चिख को सुनने का एहसास। कुंपाल की सरलता तो पत्थर की कठोरता है। संवेदना मे वेदना है। संवेदना यानि दूसरे की वेदना । खुद…