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राजा से शिकायत। – भाग 4

दोपहर के भोजन का समय हो गया था । कुमार गुणसेन महाराजा के साथ भोजन करना पसंद नहीं करता था। महाराजा भोजन कर ले बाद में ही वह भोजन करने के लिए आता था। पुत्र को खाना खिलाकर रानी भोजन करती थी । परंतु आज अचानक कुमार रनिवास में आ पहुँचा । वहां महाराजा को देखकर वह रनिवास के द्वार…

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राजा से शिकायत। – भाग 3

महाराजा पूर्णचन्द्र खड़े हो गये सिंहासन पर से , और कमरे में टहलने लगे । पुत्र तुम्हें प्रिय है… वैसे मुझे भी प्यारा है, परंतु उसे झूठा और बहुत ज्यादा प्यार – दुलार देने के पक्ष में मैं नहीं हूं। संतानों को इस तरह दुलारने से माता – पिता स्वयं ही उसे अयोग्य एवं कुपात्र बनाते हैं ।’ एकलौता राजकुमार…

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राजा से शिकायत। – भाग 2

महाराजा ने रानी के सामने देखा । दो क्षण खामोश रह कर उन्होंने कहा : ‘देवी, कुमार से प्रजा नाराज है ।’ ‘कुमार ने ऐसा कौन सा अकार्य किया है ?’ ‘प्रजाजन का उत्पीड़न…’ ‘किस तरह ?’ ‘पुरोहित यज्ञदत्त को तू जानती है । उसका पुत्र अग्निशर्मा है । उसका शरीर उसके पूर्वकुत पापकर्मो के कारण बड़ा ही कुरूप है….…

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राजा से शिकायत। – भाग 1

‘महाराजा, प्रजा में काफी विक्षोभ एवं असंतोष पैदा हो गया है ।’ नगरश्रेष्ठि प्रियमित्र ने महाजन की ओर से बात का प्रारंभ किया । ‘क्यों ? असंतोष और विक्षोभ पैदा होने का कारण क्या है ?’ महाराजा पूर्णचन्द्र ने शांति से पूछा । ‘महाराजा, राजकुमार गुणसेन, पिछले कुछ अरसे से पुरोहितपुत्र अग्निशर्मा का क्रूर उत्पीड़न कर रहे है । उस…

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