आज हम 21 वी सदी मे जीवन यापन कर रहे है । इस 21 वी सदी मे हम ब्रान्डेड (Brand) की और आकर्षित हो चुके है। हमे आज के समय मे हर चीज Branded ही चाहिए ।
- कपडे मे रेमन्ड(Raymond),
- घड़ी मे रोलक्स( Rolex),
- मोबाइल मे Apple,
- जूतो मे Nike,
- साबून मे Dove,
- होटल मे 7☆
परन्तु क्या हम संसार की वस्तुओ मे ही ब्रान्डेड की आग्रही है या हमने कुछ सोचा है कुछ विचारा है?
अब हमे जीवन मे जीनशासन की वस्तुओ का आग्रही होना पडेगा। तभी मैं शीव पद को प्राप्त कर सकुंगा
- मुझे सम्यक्त्व तो सुलसा का ही चाहिए
- मुझे अनासक्ति तो स्थूलीभद्र की ही चाहिए
- मुझे परमात्म भक्ति तो श्रेणिक की ही चाहिए
- मुझे विनय तो गौतम स्वामी का ही चाहिए
- मुझे आयंबिल तो सुन्दरी के ही चाहिए
- मुझे तप तो धन्ना जी की ही चलेगा
इन सारे ब्रान्डेड का आग्रही हम जीवन बन गये तो हमारा जीवन मंगलमय बनेगा तभी आत्मा का कल्याण होगा और आत्मकल्याण ही एक सच्चे और अच्छे आराधक का लक्ष्य यही शुभेच्छा ।